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Friday 30 October 2015

1) अगर परिवार में कोई परिवार में कोई व्यक्ति बीमार है तथा लगातार औषधि सेवन के पश्चात् भी स्वास्थ्य लाभ नहीं हो रहा है, तो.....

1) अगर परिवार में कोई परिवार में कोई व्यक्ति बीमार है तथा लगातार औषधि सेवन के पश्चात् भी 
स्वास्थ्य लाभ नहीं हो रहा है, तो www.lifecanbechanged.comकिसी भी रविवार से आरम्भ करके लगातार 3 दिन तक गेहूं के आटे का 
पेड़ा तथा एक लोटा पानी व्यक्ति के सिर के ऊपर से उबार कर जल को पौधे में डाल दें तथा पेड़ा गाय को 
खिला दें। अवश्य ही इन 3 दिनों के अन्दर व्यक्ति स्वस्थ महसूस करने लगेगा। अगर टोटके की अवधि में 
रोगी ठीक हो जाता है, तो भी प्रयोग को पूरा करना है, बीच में रोकना नहीं चाहिए।
2) अमावस्या को प्रात: मेंहदी का दीपक पानी मिला कर बनाएं। तेल का चौमुंहा दीपक बना कर 7 उड़द के 
दाने, कुछ सिन्दूर, 2 बूंद दही डाल कर 1 नींबू की दो फांकें शिवजी या भैरों जी के चित्र का पूजन कर, जला 
दें। महामृत्युजंय मंत्र की एक माला या बटुक भैरव स्तोत्र का पाठ कर रोग-शोक दूर करने की भगवान से 
प्रार्थना कर, घर के दक्षिण की ओर दूर सूखे कुएं में नींबू सहित डाल दें। पीछे मुड़कर नहीं देखें। उस दिन 
एक ब्राह्मण -ब्राह्मणी को भोजन करा कर वस्त्रादि का दान भी कर दें। कुछ दिन तक पक्षियों, पशुओं और
रोगियों की सेवा तथा दान-पुण्य भी करते रहें। इससे घर की बीमारी, भूत बाधा, मानसिक अशांति 
निश्चय ही दूर होती है।
3) अगर बीमार व्यक्ति ज्यादा गम्भीर हो, तो जौ का 125 पाव (सवा पाव) आटा लें। उसमें साबुत काले 
तिल मिला कर रोटी बनाएं। अच्छी तरह सेंके, जिससे वे कच्ची न रहें। फिर उस पर थोड़ा सा तिल्ली का 
तेल और गुड़ डाल कर पेड़ा बनाएं और एक तरफ लगा दें। फिर उस रोटी को बीमार व्यक्ति के ऊपर से 7 
बार वार कर किसी भैंसे को खिला दें। पीछे मुड़ कर न देखें और न कोई आवाज लगाए। भैंसा कहाँ मिलेगा, 
इसका पता पहले ही मालूम कर के रखें। भैंस को रोटी नहीं खिलानी है, केवल भैंसे को ही श्रेष्ठ रहती है। 
शनि और मंगलवार को ही यह कार्य करें।
4) पीपल के वृक्ष को प्रात: 12 बजे के पहले, जल में थोड़ा दूध मिला कर सींचें और शाम को तेल का दीपक और अगरबत्ती जलाएं। ऐसा किसी भी वार से शुरू करके 7 दिन तक करें। बीमार व्यक्ति को आराम मिलना प्रारम्भ हो जायेगा।
5) घर से बीमारी जाने का नाम न ले रही हो, किसी का रोग शांत नहीं हो रहा हो तो एक गोमती चक्र ले 
कर उसे हांडी में पिरो कर रोगी के पलंग के पाये पर बांधने से आश्चर्यजनक परिणाम मिलता है। उस दिन
से रोग समाप्त होना शुरू हो जाता है।
6) यदि आपका बच्चा बहुत जल्दी-जल्दी बीमार पड़ रहा हो और आप को लग रहा कि दवा काम नहीं कर 
रही है, डाक्टर बीमारी खोज नहीं पा रहे है। तो यह उपाय शुक्ल पक्ष की अष्टमी को करना चाहिये। आठ 
गोतमी चक्र ले और अपने पूजा स्थान में मां दुर्गा के श्रीविग्रह के सामने लाल रेशमी वस्त्र पर स्थान दें। मां 
भगवती का ध्यान करते हुये कुंकुम से गोमती चक्र पर तिलक करें। धूपबत्ती और दीपक प्रावलित करें।
धूपबत्ती की भभूत से भी गोमती चक्र को तिलक करें। ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे की 11 माला जाप
करें। जाप के उपरांत लाल कपड़े में 3 गोमती चक्र बांधकर ताबीज का रूप देकर धूप, दीप दिखाकर बच्चे के
गले में डाल दें। शेष पांच गोमती चक्र पीले वस्त्र में बांधकर बच्चे के ऊपर से 11 बार उसार कर के किसी 
विराने स्थान में गड्डा खोदकर दबा दें। आपका बच्चा हमेशा सुखी रहेगा।

Thursday 29 October 2015

रुकावटें दूर होने लगेंगी यदि किसी व्यक्ति को धन प्राप्त करने में बार-बार रुकावटें आ रही हों तो उसे यह उपाय करना चाहिए। यह उपाय 40 दिनों ......


रुकावटें दूर होने लगेंगी
यदि किसी व्यक्ति को धन प्राप्त करने में बार-बार
रुकावटें आ रही हों तो उसे यह उपाय
करना चाहिए।
यह उपाय 40 दिनों तक किया जाना चाहिए। इसे अपने घर पर
ही किया जा सकता है। उपाय के अनुसार धन
प्राप्ति मंत्र का जप करना है। प्रतिदिन 108 बार।
मंत्र: ऊँ
सरस्वती ईश्वरी भगवती माता क्रां क्लीं,
श्रीं श्रीं मम धनं देहि फट् स्वाहा।
इस मंत्र का जप नियमित रूप से करने पर कुछ
ही दिनों महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त
हो जाएगी और आपके धन में आ
रही यदि किसी व्यक्ति को धन प्राप्त करने में बार-बार
रुकावटें आ रही हों तो उसे यह उपाय
करना चाहिए।
यह उपाय 40 दिनों तक किया जाना चाहिए। इसे अपने घर पर
ही किया जा सकता है। उपाय के अनुसार धन
प्राप्ति मंत्र का जप करना है। प्रतिदिन 108 बार।
मंत्र: ऊँ
सरस्वती ईश्वरी भगवती माता क्रां क्लीं,
श्रीं श्रीं मम धनं देहि फट् स्वाहा।
इस मंत्र का जप नियमित रूप से करने पर कुछ
ही दिनों महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त
हो जाएगी और आपके धन में आ
रही रुकावटें दूर होने लगेंगी।।

सारे काम इस से हो सकते हे प्रथम ..जब कोई जटिल काम हो जो न हो रहा हो तो ..आप जो बताया जा रहा हे ....

सारे काम इस से हो सकते हेप्रथम ..जब कोई जटिल काम हो जो न हो रहा हो तो ..आप जो बताया जा रहा हे उसे आजमा कर अनुभव ले ..www.lifecanbechanged.com.जब आप सुबह उठे तो उठते बराबर सर्वप्रथम अपने दोनों हथेलियों को अपने चेहरे पर से उतार कर एक साथ जोड़ कर देखे ..फिर बिना हिले किसी से एक गिलास पानी मंग ले या रात को ही पास में रख ले क्यों की जब तक यह प्रयोग ना हो जाए तब तक किसी से बात नहीं करना हे मौन व्रत रखना हे . फिर उसमे से एक घूँट पानी जितना मुंह में आ सकता हे पिए लेकिन उसे निगले याने गले के निचे नहीं उतारे मुंह में ही रखे और जो काम करवाना हे या जो आपकी मन की इच्छा हे उसे कम से कम पांच बार दोहराए और जो देवता को आप मानते हे उनसे प्रार्थना करे ...इस दौरान आप नाक से सांस ले सकते हे .. ...और हां यह क्रिया होने के बाद आप पानी को गले के निचे उतार ले आहिस्ता आहिस्ता और फिर अपने दोनों पैरो के अंगूठे को क्रॉस याने दाहिने हाथ से बाया पैर और बाये हाथ से दाया पैर इस प्रकार छू कर अपने ललाट को स्पर्श कर उठे ...यह प्रयोग कभीसे भी शुरू कर सकते हे ...!यह प्रयोग जब तक कार्य सिद्ध ना हो तब तक याने की उतने दिनों तक .करें!
द्वितीय ....एक मंत्र हे जो बड़ा ही चमत्कारी हे इससे जेसा आप चाह रहे हे वेसा होगा पर न्यायोचित कार्य ही ...वो हे " चिमी चिमी" यह एक जादुई मंत्र हे किसी से मिलना हो वो नहीं मिल रहा हे तो घर से निकलने से लेकर उससे मिलने तक ..यह मंत्र जाप करे ..कोई गलत फहमी हो तो इसका जाप करे और मन ही मन दोहराएँ की गफलत दूर हो वो मुझे मिल जाए आदि ..याने जो कठिन लगे वो सारे काम इस से हो सकते हे ...!!
* ध्यान रहे एक बार में एक ही काम ..जब तक वो पूरा न हो दूसरा काम ना कहे ..
इन सब के अलावा एक चमत्कारी वस्तू हे "काली राई " जो हमारे रसोई घर में मसाले के डिब्बे में होती हे उसे ही एक पुडिया में रख कर घर से निकले और निकलते वक्त मेरा फलां काम सिद्ध हो ऐसा कह कर एक चुटूकी दरवाजे से निकलते वक्त गिरा कर जाएँ और जहाँ जाएं वहां भी द्वार पर गिरा दे तो अनुकूल परिस्थिति बन जाती हे और कई बार तो तुरंत ही चमत्कारी अनुभव आते हे ..
वेसे तो यह सिद्ध कर के देते हे पर मसाले के डिब्बे की भी चमत्कारी असर दिखाती हे बशर्ते श्रद्धा पूर्वक की जाए हो सकता हे एक दो बार शुरुआत में अनुभव न आये पर ५ से ७ बार में खुद ब खुद ही आता हे ..ऐसा लोगो को अनुभव आया हे जिसके आधार पर कहा जा रहा हे

दीपावली के दिन किया जाना चाहिए यदि आप दसों दिशाओं से यानी चारों तरफ से पैसा प्राप्त करना चाहते हैं तो यह उपाय करें....शय्या पर मंत्र जप करने के बाद दसों दिशाओं में दस-दस बार फूंक मारें।...


दीपावली के दिन किया जाना चाहिए
यदि आप दसों दिशाओं से यानी चारों तरफ से
पैसा प्राप्त करना चाहते हैं तो यह उपाय करें। यह उपाय
दीपावली के दिन किया जाना चाहिए।
दीपावली की रात में विधि-
विधान से महालक्ष्मी का पूजन करें। पूजन के
सो जाएं और सुबह जल्दी उठें। नींद से
जागने के बाद पलंग से उतरे नहीं बल्कि यहां दिए
गए मंत्र का जप 108 बार करें।
मंत्र: ऊँ नमो भगवती पद्म पदमावी ऊँ
ह्रीं ऊँ ऊँ पूर्वाय दक्षिणाय उत्तराय आष पूरय
सर्वजन वश्य कुरु कुरु स्वाहा।
शय्या पर मंत्र जप करने के बाद दसों दिशाओं में दस-दस बार
फूंक मारें। इस उपाय से साधक को चारों तरफ से पैसा प्राप्तwww.lifecanbechanged.com
होता है......by pt. m.d. vashisht.

Tuesday 13 October 2015

या देवी सर्व भूतेषु शक्तिरूपेण संस्थित नमस्तस्ये नमस्तस्ये नमस्तस्ये नमो नमः।। 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐www.lifecanbechanged.com भक्ति और उपासना का पर्व नवरात्री पर माँ जगदम्बे की असीम कृपा हम सब पर बनी रहे ।सबके परिवार में सुख शांति समद्धि आये...

या देवी सर्व भूतेषु शक्तिरूपेण संस्थित नमस्तस्ये नमस्तस्ये नमस्तस्ये नमो नमः।।
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐www.lifecanbechanged.com
भक्ति और उपासना का
पर्व नवरात्री पर
माँ जगदम्बे की असीम कृपा हम सब पर बनी रहे ।सबके परिवार
में सुख शांति समद्धि आये
माँ से यही विनंती हे lशुभ नवरात्री
🙏🏼🙏🏼  = नवरात्रि में कन्याओ को किस दिन दें कौन सी चीज का दान = www.lifecanbechanged.com

नवरात्रि में नौ दिनों तक मां दुर्गा की आराधना की जाती है। जो भी व्यक्ति नियमित रूप से इन दिनों में पूजन और उपाय करता है, उसकी सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं।
देवी को प्रसन्न करने के लिए पूजन कर्म के साथ ही कुछ अन्य उपाय भी बताए गए हैं। www.lifecanbechanged.com
शास्त्रों के अनुसार जिन कन्याओं की उम्र 2 से लेकर 5 वर्ष तक की होती हैं, वे साक्षात् देवी मां का स्वरूप मानी जाती हैं। नवरात्रि के दिनों में इन नन्हीं कन्याओं के पूजन का विशेष महत्व है।
यदि नवरात्रि में इन कन्याओं को सुंदर उपहार दिया जाए तो नवदुर्गा भी प्रसन्न होती हैं। नवरात्रि के नौ दिनों में अलग-अलग वस्तुएं कन्याओं को भेंट में दी जानी चाहिए।
= यहां जानिए नवरात्रि के किस दिन कौन सी चीज का दान कन्याओं को किया जाना चाहिए...www.lifecanbechanged.com

नवरात्रि का पहला दिन :=

नवरात्रि प्रथम दिन कन्याओं को सुगंधित और ताजा फूल भेंट में देना शुभ होता है। इसके साथ ही, कोई श्रृंगार सामग्री भी अवश्य दें। अगर आप मां सरस्वती को प्रसन्न करना चाहते है तो सफेद पुष्प छोटी कन्याओं को दें। अगर धन संबंधी कार्यों में सफलता पाना चाहते हैं तो लाल पुष्प देकर किसी कन्या को खुश करें।www.lifecanbechanged.com
नवरात्रि का दूसरा दिन :=

नवरात्रि के दूसरे दिन कन्याओं को फलों का दान करें। इसके बाद कन्याओं का पूजन करें। फलों का दान करने से व्यक्ति की स्वास्थ्य और धन संबंधी कामनाएं पूर्ण होती हैं। ध्यान रखें, फल खट्टे नहीं होना चाहिए, मीठे फलों का दान करें।www.lifecanbechanged.com
नवरात्रि का तीसरा दिन :=

नवरात्रि के तीसरे दिन कन्याओं को स्वादिष्ट मिठाई का दान करना चाहिए। यदि आप चाहें तो इस दिन घर पर बनी खीर, हलवा या केशरिया चावल का दान भी कर सकते हैं। www.lifecanbechanged.com
नवरात्रि का चौथा दिन :=

नवरात्रि के चौथे दिन कन्याओं को वस्त्रों का दान करें। अपने सामर्थ्य के अनुसार रुमाल या रंगबिरंगे रिबन भी दिए जा सकते हैं। www.lifecanbechanged.com
नवरात्रि का पांचवां दिन :=

नवरात्रि के पांचवें दिन कन्याओं को पांच प्रकार की श्रृंगार सामग्री देना शुभ होता है। बिंदिया, चूड़ी, मेहंदी, बालों के लिए क्लिप्स, सुगंधित साबुन, काजल इत्यादि चीजें दी जा सकती हैं। ऐसा करने पर देवी मां से सौभाग्य और संतान संबंधी सुख प्राप्त होता है। www.lifecanbechanged.com
नवरात्रि का छठा दिन :=

नवरात्रि के छठे दिन छोटी-छोटी कन्याओं को खिलौने देना चाहिए। अपनी श्रद्धा के अनुसार खेल सामग्री का दान करें। www.lifecanbechanged.com
नवरात्रि का सातवां दिन :=

नवरात्रि के सातवें दिन मां सरस्वती की कृपा पाने का दिन है। इस दिन कन्याओं को शिक्षण सामग्री का दान करना चाहिए। पेन, स्केच पेन, पेंसिल, कॉपी, ड्रॉइंग बुक्स, वाटर बॉटल, कलर बॉक्स आदि चीजें दान की जा सकती हैं। www.lifecanbechanged.com
नवरात्रि का आठवां दिन :=

नवरात्रि के आठवें दिन आप स्वयं किसी कन्या का पूर्ण श्रृंगार करें और उसका पूजन करें। इस दिन कन्या के पैरों का पूजन दूध से करें। पैरों पर कुमकुम, चावल और पुष्प अर्पित करना चाहिए। कन्या को भोजन कराएं और सामर्थ्य के अनुसार कोई भी भेंट भी दें। www.lifecanbechanged.com
नवरात्रि का नवां दिन :=

नवरात्रि के अंतिम दिन कन्याओं को खीर खिलाएं। दूध और आटे से बनी पूरियां खिलाएं। कन्याओं के पैरों में महावर और हाथों में मेहंदी लगाने से देवी पूजा पूर्ण होती है। पूर्ण पूजन के बाद कन्याओं को अंत में लाल चुनरी भेंट करें।
जो भी व्यक्ति इस प्रकार नौ दिनों तक कन्याओं का पूजन करता है, उसे जीवन में कभी भी दुखों का सामना नहीं करना पड़ता है। ध्यान रखें, नवरात्रि के दिनों में प्रत्येक महिला में माता श्री का वास होता है ।
इन दिनों में किसी भी अधार्मिक कर्मों से दूर रहना चाहिए। www.lifecanbechanged.com           💐सर्वमंगलमंगले शिर्वेसर्वार्थसाधिके शरण्य त्र्यम्बके गौरी नारायणी नमस्तुते।💐
💐नवरात्र की हार्दिक शुभकामनाये।💐 www.lifecanbechanged.com

Monday 5 October 2015

१.समाज में उचित मान सम्मान प्राप्ति के लिए रात में सोते समय सिरहाने ताम्बे के बर्तन में जल भर कर उसमें थोड़ा शहद के साथ कोई भी सोने /चाँदी का .......


 सम्मान प्राप्ति के आसान उपाय

१.समाज में उचित मान सम्मान प्राप्ति के लिए रात में सोते समय सिरहाने ताम्बे के बर्तन में जल भर कर उसमें थोड़ा शहद के साथ कोई भी सोने /चाँदी का सिक्का या अंगूठी रख लें फिर सुबह उठकर प्रभु का स्मरण करने के बाद सबसे पहले बिना कुल्ला किये उस जल को पी लें ...जल्दी ही आपकी यश ,कीर्ति बड़ने लगेगी ।
२.रात को सोते समय अपने पलंग के नीचे एक बर्तन में थोड़ा सा पानी रख लें, सुबह वह पानी घर के बाहर डाल दें इससे रोग, वाद-विवाद, बेइज्जती, मिथ्या लांछन आदि से सदैव बचाव होता रहेगा ।
३.दुर्गा सप्तशती के द्वादश (12 वें ) अध्याय के नियमित पाठ करने से व्यक्ति को समाज में मान सम्मान और मनवांछित लाभ की प्राप्ति होती है ।
४.समाज में मान सम्मान की प्राप्ति के लिये कबूतरों/चिड़ियों को चावल-बाजरा मिश्रित कर के डालें, बाजरा शुक्रवार को खरीदें व शनिवार से डालना शुरू करें।....www.lifecanbechanged.com