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Wednesday 28 January 2015

मित्रो आज मै यहाँ एक विशिष्ठ एवं सुलभ साधना दे रहा हु जिसके करने से यक्षिणी प्रसन्न होकर साधक को सारे ऐश्वर्य एवं सुख प्रदान करती है और कोई हानि नहीं पहुचती ....


मित्रो आज मै यहाँ एक विशिष्ठ एवं सुलभ साधना दे रहा हु जिसके करने से यक्षिणी प्रसन्न होकर साधक को सारे ऐश्वर्य एवं सुख प्रदान करती है और कोई हानि नहीं पहुचती
" भोग यक्षिणी सभी सुखो को देने वाली सात्विक"
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं नमः
विधि-इस मन्त्र के 51000जप कीजिये और सामने सफ़ेद कागज पे लाल कुमकुम से देवी जी सामान एक महिला की आकृति बना कर कीजिये जप एव केसरियां दूध और खीर का भोग लगाइयेगा और वो खीर दूध खुद ही खाना जप रात को 11:30 के बाद 12 के पहले शुरू कर दीजिये क्जः तक हो सके दो या तीन दिन में ये जाप पूर्ण हो 5 तारीख चतुर्दशी से आरम्भ ककरे कुछ सएमी में ही यक्षिणी अनूकुल होकर साधक को समस्त ऐश्वर्य प्रदान करटी है और अगर साधना प्रबल हो तो प्रत्यक्ष भी होती ह

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