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Monday 13 October 2014

ऎसा 3 रविवार करे लाभ होने लगता है मित्रों मनोकामना पुरक यह विधि:-(व्यक्तिगत विचार) मनोकामना पुरक यह विधि अपने आप मे चमत्कारी प्रभाव रखती है .....


ऎसा 3 रविवार करे लाभ होने लगता है
मित्रों मनोकामना पुरक यह विधि:-(व्यक्तिगत विचार) 
मनोकामना पुरक यह विधि अपने आप मे चमत्कारी प्रभाव रखती है एक बार इस विधि का प्रयोग जिग्यासा पुर्वक ही सही किन्तु अवश्य किजिये !! सफलता का मुख्य नियम मात्र ये है कि प्रयोग को गुप्त रख !
विधि:- सर्वप्रथम अपनी मनोकामना क सफेद पन्ने पर काली स्याही से लिखे !! मान लिजिये मनोकामना है की !! 
!! हे भगवान मेरा विवाह जल्द से जल्द हो जाये !! इस मनोकामना को कुछ इस प्रकार लिखे
!!ह+ए+भ+अ+ग+अ+व+आ+न+अ+म+ए+र+आ+व+इ+व+आ+ह+अ+ज+अ+ल+अ+द+अ+स+ए+ज+अ+ल+अ+द+अ+ह+ओ+ज+आ+य+ए !!
अब ईन अक्षरों मे जिन अक्षरों की पुनरावर्ति हुई है उनहे मिटा दे! और जो शेष बचे उनहे अलग से लिख ले ! उपर लिखि मनोकामना के शेष अक्षर निचे दिये गये हैं!!
जैसे:- !! भ्ग्न्म् रीव्स् होज्य् !!
शेष बचे अक्षरों को(!! भ्ग्न्म् रीव्स् होज्य् !!) एक अन्य सफेद कागज जिसका आकार 4 ईंच बराबर 4 ईच का हो! उस कागज में पुर्णाकार का पंचकोणिय सितारा बनाये ! इस सितारे के मध्य मे एक वृ्त का निर्माण करे! उस वृ्त कें मध्य में शेष अक्षरों को लिखें !! (!!भ्ग्न्म् रीव्स् होज्य् !!)निचे अपना नाम लिखे !
इस कागज की लंबाई मे चार तह करके एक बाती के समान बनाये !! इस लिखित मनोकामना को रविवार शाम 4:30 से 6:00 बजे के बिच किसि बडे वृ्क्ष के निचे जला कर मनोकामना को मुक्त कर दे !! ऎसा 3 रविवार करे लाभ होने लगता है !!प्रयास करे की वृ्क्ष एकांत मे हो और काटेदार न हो !! वृ्क्ष जितना बडा एवं हरा होगा उतना उत्तम होता है !!कागज के जलते ही वृ्क्ष की जड में पानी डाल कर वापस आ जाये !!कल्याण होगा !! 
किन्तु याद रहे कामना जायज हो अब यदी कोई ताजमहल अपने नाम करवाना चाहेगा तो नही होगा !! ये विधि मेरी व्यक्तिगत अनुभुति है इसे मानना या ना मानना आपका अपना विचार है !!इस विधि की सफलता की दर अभीतक 80% रही है !! 

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