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Thursday 8 May 2014

चमत्कारिक शक्तियाँ प्राप्त होतीहैं, जिन्हें सिद्धियाँ कहते हैं कैसे घटित होती है समाधि : जब व्यक्ति प्राणायाम, प्रत्याहारको साधते हुए ...........


चमत्कारिक शक्तियाँ प्राप्त होतीहैं, जिन्हें सिद्धियाँ कहते हैं
कैसे घटित होती है समाधि : जब व्यक्ति प्राणायाम, प्रत्याहारको साधते हुए धारणा व ध्यान का अभ्यास पूर्ण कर लेता है तब वह समाधि के योग्य बन जाता है। समाधि के लिए व्यक्ति के मन में किसी भी प्रकार के बाहरी विचार नहीं होते। व्यक्ति का मन पूर्ण स्थिर रहकर आंतरिक आत्मा में लीन हो जाता है तब समाधि घटित होती है। इसलिए समाधि से पहले ध्यान के अभ्यास को बताया गया है। ध्यान से ही चित्त (मन) विचार शून्य हो जाने की अवस्था में ही समाधि घटित होती है।
समाधि प्राप्त व्यक्तिका व्यवहार सामान्य व्यक्ति से अलग हो जाता है, वह सभी में ईश्वर को ही देखता है और उसकी दृष्टि में ईश्वर ही सत्य होता है। समाधि में लीन होने वाले योगी को अनेक प्रकार के दिव्य ज्योति और आलौकिक शक्ति का ज्ञान प्राप्त स्वत: ही होता है।
सिद्धियाँ : मोक्ष मार्ग पर कदम बढ़ाते ही बहुत-सी चमत्कारिक शक्तियाँ प्राप्त होतीहैं, जिन्हें सिद्धियाँ कहते हैं, किंतु इनके प्रलोभन में उलझने वाला अंतत: पछताता है।

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