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Friday 23 May 2014

आज कल राशि के अनुसार रत्न पहनने का चलन है। कुछ लोगों को अपनी कुंडली नही पता होती है इसलिए वो लोग अपनी राशि के अनुसार ही रत्न पहन लेते हैं ....


अपना भाग्यशाली रत्न चुनना चाहिए
आज कल राशि के अनुसार रत्न पहनने का चलन है। कुछ लोगों को अपनी कुंडली नही पता होती है इसलिए वो लोग अपनी राशि के अनुसार ही रत्न पहन लेते हैं लेकिन जिन लोगों को अपनी कुंडली पता होती है उनको कुंडली के अनुसार ही अपना भाग्यशाली रत्न चुनना चाहिए।

कैसे चुनें भाग्यशाली रत्न

- अगर आपकी कुंडली के पहले भाव में 1 नंबर है तो आपका भाग्यशाली रत्न पुखराज होगा जो आपकी किस्मत का स्वामी होगा।

- आपकी कुंडली में पहले भाव में अंक 2 होने से आपकी किस्मत का स्वामी शनि है। निलम रत्न पहनना इस राशि वालों के लिए अच्छा रहेगा।

- अगर किसी कुंडली के पहले भाव में 3 नंबर है तो ऐसे लोगों को किस्मत चमकाने के लिए शनि का ही रत्न पहनना चाहिए।

- 4 नंबर से शुरू होने वाली कुंडली में किस्मत का स्वामी गुरु होता है इसलिए ऐसी कुंडली वालों को सिधे हाथ की पहली अंगुली में सोने की अंगुठी पहनना चाहिए।

- जो कुंडली 5 अंक से शुरू होती है उस कुंडली में मंगल किस्मत का स्वामी होता है। इसलिए ऐसे लोगों को मूंगा पहनना चाहिए।

- अगर कोई कुंडली 6 नंबर से शुरू हो रही है तो ऐसी कुंडली वालों को अपनी किस्मत चमकाने के लिए अमेरिकन डायमंड या असली हीरा पहनना चाहिए।

- तुला राशि यानी 7 नंबर से शुरू होने वाली कुंडली जिन लोगों की होती है उनके लिए पन्ना भाग्यशाली रत्न होता है।

- 8 नंबर वाली कुंडली के लोगों को चंद्रमा का रत्न मोती पहनना चाहिए। 

- जिन लोगों की कुंडली के पहले भाव में 9 नंबर होता है ऐसे लोगों को सूर्य का रत्न यानी माणिक पहनना चाहिए।

- 10 नंबर जिन लोगों की कुंडली में पहले घर में होता है उन लोगों की किस्मत का स्वामी बुध होता है। इसलिए उन्हे पन्ना पहनना चाहिए।

- जिस कुंडली के पहले भाव में 11 नंबर हो ऐसी कुंडली वालों को किस्मत चमकाने के लिए हीरा पहनना चाहिए। यह शुक्र का रत्न है।

- अगर किसी कुंडली के पहले घर में 12 नंबर है तो ऐसे लोगों को मंगल का रत्न यानी मंूगा पहनना चाहिए।

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